सफल और उन्नत व्यापार

सफल और उन्नत व्यापार March 18, 2020Leave a comment

सफल और उन्नत व्यापार आज हम में से हर कोई अपने व्यापार में व्यवसाय में या सर्विस में सफलता चाहता है आगे बढ़ना चाहता है और हम देखते हैं कि हमारे आसपास बहुत सारे ऐसे लोग हैं जिन्होंने अपने जीवन में व्यापार में खूब सफलता हासिल की है और जब आज हम अपने व्यापार को आगे बढ़ाने की बात करते हैं या सोचते हैं तो बहुत सारी बातें हमें रोक लेती हैं हमारे पास बहुत सारे कारण या यूं कहें कि बहाने होते हैं अपनी उम्र असमर्थ अदाओं को जाहिर करने के लिए अगर हम अपने व्यापार में सफल और उन्नत होना चाहते हैं तो हो सकते हैं क्योंकि मैं मानता हूं कि जैसा हम सोचते हैं जैसा हम चाहते हैं वैसा हमारे जीवन में घटता है यह बात सुनने में भले अजीब सी लगती हो परंतु मैंने यह अनुभव किया है कई सफलतम लोगों की जीवनी ओं को पढ़कर जाना है कि जो हम सोच सकते हैं वह हम कर सकते हैं अगर हम व्यापार में सफलता और उन्नत होना चाहते हैं तो हमें सबसे पहले यह जानना होगा की मैं कौन हूं मेरी क्या मंजिल है और मेरे पास उस मंजिल तक जाने के लिए क्या मौके हैं यानी कि मैं मंजिल और मौका का अगर हम मूल्यांकन कर ले तो जीवन में ना केवल व्यापार बल्कि किसी भी क्षेत्र में सफल और उन्नत हो सकते हैं तो सबसे पहले शुरू करते हैं मैं यानी कि  हमें सबसे पहले यह जानना होगा कि मैं कौन हूं मेरी क्या शक्तियां है मेरी क्या कमजोरियां है और उन  शक्ति और कमजोरियों के अनुरूप जब मैं अपनी क्षमताओं को पहचानने की कोशिश करूंगा तो जहां-जहां में शक्तिशाली हूं उन कामों को करने में मुझे आसानी होगी और जहां मैं कमजोर हूं उन कामों को करने में मुझे थोड़ी तकलीफ होगी, परंतु अगर मुझे मेरी कमियां पता है तो मैं निश्चित रूप से उन्हें दूर कर सकता हूं | यह बात कि मुझे मेरी कमजोरियां और शक्तियों को को जानने से विशेष लाभ नहीं होगा तो हम यह मान ले कि हमारी राह में  रुकावट कोई और नहीं बल्कि स्वयं हम हैं | क्योंकि मैं ही अपनी परेशानी हूं, और मैं ही उसका समाधान, यानी कि मैं मेरे रास्ते में आने वाली सारी परेशानियों का कारण भी मैं ही  हूं, और इन परेशानियों को दूर करने का समाधान और कारक भी मैं ही हूं |

जब हम जीवन में पॉजिटिव एटीट्यूड अपनाते हैं तो हर समय हर वस्तु हर व्यक्ति को देखते हुए केवल सकारात्मक पक्ष को देखते हैं हमारा सारा ध्यान समाधान पर केंद्रित हो जाता है हमें हर बात में समस्या के बजाय समाधान दिखने लगता है हम जीवन में अपनी भाषा में लेकिन,  किंतु,  परंतु , अगर और मगर का उपयोग कम कर देते हैं तो विश्वास मानिए इस बात का कि जैसे ही हम इन नकारात्मक  शब्दों को अपने शब्दकोश से निकाल देते  हैं तब से ही सफलता और उन्नति का मार्ग प्रशस्त हो जाता है |

 जीवन में किसी भी समस्या का समाधान पॉजिटिव एटीट्यूड से किया जा सकता है चाहे वह व्यापार की समस्याएं हो या परिवार की या समाज की|

 उदाहरण के लिए कई बार व्यापार में हमने जितना लाभ सोचा होता है उतना लाभ नहीं होता या कई बार हानि हो जाती है तो सकारात्मक पक्ष अपने अवलोकन  करने पर जोर देता है जबकि नकारात्मक पक्ष दूसरों पर आरोप मंड देता है जब हम अपने द्वारा की गई गलतियों का सकारात्मक रूप से अवलोकन करते हैं तो निश्चित रूप से उस कड़ी को जान लेते हैं जोकि समस्या की जनक होती है और अगली बार अपने इस गलती के अनुभव को नहीं दोहराते हैं इसी प्रकार अपने अनुभव को काम में लेते हुए व्यापार में आगे बढ़ जाते हैं जब भी व्यापार में कोई भी ऊंच-नीच हो तो हमें उसकी जिम्मेदारी लेनी चाहिए, मान लीजिए हमारे किसी कस्टमर को हमारी किसी प्रोडक्ट या सेवा से इतनी खुशी नहीं मिली या वह संतुष्ट नहीं हुआ तो यहां पर हम इधर-उधर के कारण गिना कर अपना पीछा छुड़ा सकते हैं या हम जिम्मेदारी लेकर अकाउंटेबल हो सकते हैं और अपने ग्राहक को भविष्य में इस तरह की गलती नहीं होने का विश्वास दिला सकते हैं तो उस ग्राहक का हमारे ऊपर विश्वास बना रहेगा|

 हम देखते हैं व्यापार में प्रतिस्पर्धा बढ़ती चली जा रही है और कई व्यापारी इसे व्यापार का दोष मानने लगते हैं जबकि ऐसा कहा जाता है कि जितनी ज्यादा प्रतिस्पर्धा होगी उतना ज्यादा लाभ कस्टमर वह व्यापारी दोनों को होगा इसके पक्ष को समझने के लिए सकारात्मक सोच का होना जरूरी है प्रतिस्पर्धी माहौल में अगर हम हर काम को पहले और स्वयं करने वाले हैं तो हम हमेशा प्रतिस्पर्धा में आगे रहेंगे व्यवसाय और जीवन में आगे बढ़ने के लिए हमें सेल्फ स्टार्टर होना जरूरी है किसी काम को करने के लिए अगर हमारे ऊपर दबाव होता है तो अपेक्षित रिजल्ट नहीं मिलते हैं परंतु वही काम हम अपनी पूर्ण इच्छाशक्ति से अपने मन से करते हैं  उस काम के सफल होने के अवसर बढ़ जाते हैं |

आज व्यापार करना और लगाना बहुत आसान होता चला जा रहा है सरकार बैंक और कई एनजीओ इस काम में व्यापारियों की मदद के लिए तैयार खड़े हैं परंतु यहां यह देखना जरूरी है की व्यापार चाहे नया हो या वह व्यापार जो हम पहले से कर रहे हो उसमें प्लान का होना बहुत जरूरी है बिना नियोजन और प्लानिंग के किसी भी काम में अपेक्षित सफलता नहीं मिलती है हम अपने व्यापार को अगले 5 साल या 10 साल में कहां ले जाना चाहते हैं का पूरा प्लान हमारे पास होना चाहिए इस तरह के बिजनेस प्लान से हम अपने व्यापार में जरूरत पड़ने वाली आर्थिक जरूरतों को और संगठनात्मक जरूरतों को समय पूर्व समझ सकेंगे और उसकी तैयारी कर सकेंगे,  सफल व्यापार के लिए हमें लीडर भी होना चाहिए अगर हम अपने व्यापार में लीडर हैं तो हर समय नए आयामों को प्रस्तुत करेंगे नए प्रोडक्ट का सृजन करेंगे और अपने क्षेत्र के दूसरे व्यापारियों से आगे रहेंगे और यह लीडर हम में से प्रत्येक के अंदर होता है जरूरत है केवल उस को पहचानने की और यह मानने की मैं एक लीडर हूं मैं अपने व्यवसाय में हमेशा आगे बना रहूंगा क्योंकि कई मैनेजमेंट गुरु का यह मानना है कि जीवन में स्थिर खड़े रहने से ज्यादा अच्छा है चलते रहना चाहिए, क्योंकि जब हम चलते रहते हैं तो कहीं ना कहीं पहुंचते हैं तो यह सिद्ध मंत्र है कि हम कुछ ना कुछ करते रहे व्यापार में आगे बढ़ने के लिए हमें ट्रस्टवर्थी यानी कि वफादार होना भी जरूरी है अगर हम विश्वास करने योग्य व्यक्ति हैं तो कितना भी बड़ा व्यवसाय खड़ा कर सकते हैं, कितने भी बड़े आर्थिक नियोजन को अपनी तरफ आकर्षित कर सकते हैं,  और यह प्रश्न अपने आप से ही पूछा जाना चाहिए कि क्या मैं विश्वास किए जाने योग्य व्यक्ति हूं, और अगर इसका जवाब हां है तो यह हमारे व्यक्तित्व का हिस्सा बन जाएगी और हमारे मुंह से निकलने वाली हर बात वादा बन जाएगी | वह वादा जो स्वयं से किया गया हो या किसी और व्यक्ति से हर हाल में पूरा होगा तो यह मान लीजिए कि हमें व्यवसाय में किसी भी ऊंचाई तक जाने से कोई नहीं रोक सकता अब हमें यह तय करना होगा कि यह ऊंचाई कितनी होगी अर्थात मुझे या हमें अपना विजन बनाना होगा जिसे हम विजन स्टेटमेंट भी कह सकते हैं कि मेरा व्यापार कितने समय में क्या क्या और कितना कितना करेगा | दुनिया में जितने भी बड़े व्यापार हैं उन की बुनियाद एक सोच और एक विजन स्टेटमेंट के साथ हुई थी उन्होंने अपने विजन स्टेटमेंट के अनुरूप अपना बिजनेस प्लान बनाया और बिजनेस  प्लान के अनुरूप अपने छोटे छोटे गोल बनाएं साल दर साल उन उद्देश्यों और टारगेट स्कोर पूरा करते रहने से विश्वव्यापी व्यापार का निर्माण किया जा सकता है और बड़े व्यापार को शुरू करने से पहले वह छोटा होता है यह मानना जरूरी है साथ ही हम जो भी काम करें अपने पूरे मनोयोग और प्रेम से करें व्यवसाय छोटा हो या बड़ा इससे कोई फर्क नहीं पड़ता पर इस बात से पड़ता है कि हम स्वयं को क्या मानते हैं |

जब हमारे पास एक अच्छा बिजनेस आइडिया होता है तो हम पूरे उत्साह के साथ उसमें लग जाते हैं और उस बिजनेस आइडिया से हम स्वयं सेटिस्फाइड होने चाहिए या यूं कह लीजिए कि उस बिजनेस आइडिया से हमें पूर्ण सहमति होनी चाहिए मन में किसी तरह की कोई शंका नहीं होनी चाहिए व्यवसाय में आईडियाज की कीमत सबसे ज्यादा होती है और यह आइडिया तब आते हैं जब हम अपने व्यवसाय में पूर्ण मनोयोग से लग जाते हैं अगर हमारा शतप्रतिशत ध्यान हमारे व्यवसाय में है तो हमें नए नए आइडियाज आने लगते हैं और उन आईडिया से हम नए-नए उत्पाद या सेवा बना सकते हैं जिससे कि हम अपने प्रतिस्पर्धी व्यापारियों से ज्यादा बड़ी प्रोडक्ट रेंज और सेवाएं लेकर हैं |

हमेशा आगे रहेंगे यह सब पूर्ण मनोयोग या पैशन से ही संभव है जो भी काम पूर्ण मनोयोग से किए जाते हैं उनके सफल होने का प्रतिशत हमेशा ज्यादा होता है अगर हम अपने व्यवसाय को पूर्ण मनोयोग से करते हैं तो हमें अपने काम में मजा आने लगता है और हमें कम से कम छुट्टियों की आवश्यकता होती है क्योंकि हमारा काम ही हमारा आराम बन जाता है और इस मनोयोग के चलते हम सोचे हुए कामों को करने में थकान महसूस नहीं करते पूर्ण उत्साह और खुशी के साथ काम करने से काम में एक्सीलेंस बढ़ जाता है, और किसी भी काम को एक्सीलेंस के साथ किए जाने पर वह सबसे अलग बन जाता है,  जिससे व्यापार में हमारी सफलता के अवसर बढ़ जाते हैं जब कभी भी हमें अपने व्यापार में कोई परेशानी आए तो हमें सबसे पहले खुद से बात करनी चाहिए | जब हम सेल्फ टॉक करते हैं तो हम ईश्वर से जुड़ जाते हैं और हमारा अंतर्मन हमें हर समस्या का समाधान देता है जब हम खुद से सवाल करते हैं तो हमारे पास उसका जवाब हमारे विश्वास के अनुरूप स्वयं चला आता है हम जो हमारे मन में सोच लेते हैं वही समाधान धीरे – धीरे व्यवसाय में आने लगता है क्योंकि गौतम बुद्ध ने भी कहा है हम उसी का परिणाम है जो हमने कभी सोचा था और जब हम अपने व्यवसाय की प्रगति, समृद्धि और उन्नति को लेकर पूर्ण विश्वास और निष्ठा के साथ सोचते हैं तो नए-नए अवसरों का सृजन करते हैं यह अवसर हमारे गोल बन जाते हैं यहां पर यह देखना भी जरूरी है कि यह गोल इस तरह से होने चाहिए जिसको हम नियोजित और नियंत्रित तरीके से एक के बाद एक हासिल करते चले जाएं | इनको गोल निश्चित करते वक्त हमें  क्या कब कौन कैसे का ध्यान रखना होगा और आने वाले अवसरों को पहचानना होगा इन अवसरों को हम तभी ही पहचान पाएंगे जब हमारे पास पर्याप्त ज्ञान होगा क्योंकि कहा जाता है नॉलेज इस पावर और आज की इस डिजिटल उम्र  में ज्ञान या नॉलेज की पावर और भी बढ़ जाती है क्योंकि यह बहुत ही सहजता से उपलब्ध है इसलिए अपने व्यापार के संदर्भ में हमें पूरा ज्ञान होना चाहिए |  हमारे उत्पाद और सेवाओं के बारे में हमें पूर्ण जानकारी चाहिए और ज्ञान को बढ़ाने के लिए निश्चित रूप से हमेशा सीखने और पढ़ने की आदत होनी चाहिए |  हमारा ज्ञान ही हमें दूसरों से आगे रखता है इसके लिए पूरे जीवन भर एक निश्चित मात्रा में समय नियोजित करना ही चाहिए |

 जब बात समय की आती हो तो व्यापार में समय का बहुत बड़ा महत्व है चाहे वह प्रोडक्ट की डिलीवरी हो या सेवाओं की समय का ध्यान हमें रखना ही पड़ेगा समय पर पेमेंट करना समय पर सेवाएं देना और समय से पहले परिणाम देना अगर हमारे व्यापार का नियम है तो हमें आगे बढ़ने से कोई नहीं रोक सकता समय का सदुपयोग और समय का महत्व ही व्यापार को बड़ा करने में मुख्य कारक होता है जो काम हम आज कर सकते हैं उसे कल पर कभी नहीं डालना चाहिए क्योंकि आज हमारे पास समय है कल का हमें पता नहीं है इसलिए कल पर काम डालने से व्यापार में लाभ नहीं मिलता है|  व्यापार को आगे बढ़ाने के लिए स्वपन  देखना भी जरूरी है,  तो साथ में उन सपनों को पूरा करने के लिए कुछ करना भी जरूरी है | हमें अपने व्यापार को बढ़ा और बड़ा करके देखना चाहिए उसके लिए बड़े से बड़ा सपना देखना चाहिए,  जितना बड़ा हमारा सपना होगा उसी के अनुरूप हमारा बिज़नेस प्लान होगा और सपनों को इतनी गहराई से देखना होगा की उन सपनों को पूरा किए बगैर हमें चैन ना मिले दिन और रात दिलो और दिमाग में यही बात घूमती रहे कि कैसे मुझे अपने सपने पूरे करने हैं,

 विश्वास रखिए आपके पास अवसर चलकर आना शुरू हो जाएंगे जैसे सपने पूरी दुनिया देख रही है अगर वैसा ही सपना हम देखते हैं तो उस व्यापार में आगे बढ़ने के अवसर कम हो जाते हमें दूसरों से अलग  सपने  देखने होंगे, अपने मेंटल बॉक्स से बाहर निकलना होगा,  सोच को नई दिशा देनी होगी,  सोच को नए आयाम देने होंगे और जैसे जैसे हम दूसरों से अलग और उन्नत सोचने लगेंगे,  वैसे वैसे हमारे व्यापार और सेवाओं में दूसरों से ज्यादा अर्थ आने लगेगा  |

 इन सब बातों का प्रभाव व्यापार में तब आने लगता है जबकि हम इस बात में विश्वास रखते हैं कि हां यह मैं कर सकता हूं शंकाओं से किया गया काम पूर्ण सफलता प्राप्त नहीं करता है आज जब भी किसी व्यापारी से बात की जाए वह कई तरह के बहाने या कमियां गिनाने लगता है और गौर करने बात  यह है कि यह सारी कमियां स्वयं और स्वयं के व्यवसाय पर केंद्रित ना होकर दूसरों पर या सरकारी पॉलिसी पर निर्भर होती हैं, जबकि इन्हीं तरह के दबावों में दुनिया में व्यापार फल – फूल रहा है |

 तो यह यहां सिद्ध होता है कि बाहरी वातावरण भले कैसा भी हो हमारा मन और मनोयोग सशक्त होने चाहिए | हमने हजारों ऐसी कहानियां पढ़ी हैं जहां पर अभावों में से पले बड़े ग्रामीण क्षेत्रों से आने वाले  युवाओं ने व्यापार जगत में अपना नाम रोशन किया है |

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